चोदकर बदन चूर हो गया

चोदकर बदन चूर हो गया

Antarvasna, sex stories in hindi: पापा और मम्मी उस दिन घर पर ही थे मैंने पापा से कहा कि पापा कल मैं अपने दोस्तों के साथ माउंट आबू जा रहा हूं। पापा ने मुझसे पूछा कि बेटा तुम वहां से वापस कब लौटोगे और क्या यह तुम्हारे कॉलेज का टूर है या फिर तुम दोस्तों ने मिलकर वहां जाने का कोई प्लान बनाया है। मैंने पापा से कहा नहीं पापा हम लोग कॉलेज की तरफ से ही जा रहे हैं और मेरे साथ मेरे दोस्त भी हैं पापा और मैं एक दूसरे से बात कर रहे थे। सुबह के 9:00 बज रहे थे तो मां ने कहा कि रोहित बेटा तुम फ्रेश हो जाओ उसके बाद हम लोग नाश्ता कर लेते हैं मैंने मां से कहा ठीक है मां मैं भी तैयार हो जाता हूं। मेरे पापा और मम्मी दोनों ही नौकरी पेशा है वह दोनों सरकारी विभाग में नौकरी करते हैं और उन दोनों ने मेरी परवरिश में कभी कोई कमी नहीं रखी। मुझे कभी भी उन्होंने किसी चीज के लिए कभी मना नहीं किया लेकिन पापा चाहते हैं कि मैं अपने पैरों पर खड़ा होकर कुछ अच्छा कर सकूं। मैं पढ़ने में बचपन से ही अच्छा था इसलिए उन्हें मुझसे बहुत ही उम्मीदे है।
मैं फ्रेश होने के लिए बाथरूम में चला गया और फिर मैं नहा कर बाथरूम से बाहर निकला तो मैं और पापा साथ में बैठे हुए थे। हम लोग बात कर रहे थे तभी मां हमारे लिए नाश्ता ले आई उसके बाद हम लोग नाश्ता करने लगे। हम लोग नाश्ता कर के उठे ही थे कि तभी हमारे घर की घंटी बजी और मां दरवाजे की तरफ जाने लगी तो मैंने मां से कहा कि मां आप रुको मैं देखता हूं। मैं जब दरवाजा खोलने गया तो सामने सुधीर अंकल खड़े थे सुधीर अंकल हमारे पड़ोस में ही रहते हैं और वह पापा के काफी अच्छे दोस्त हैं पापा और उनके बीच बहुत अच्छी बनती है। सुधीर अंकल अंदर आये जब वह अंदर आए तो उसके बाद वह और पापा आपस में बात करने लगे मां ने उनके लिए चाय बनाई। मैं अपने रूम में बैठा हुआ था क्योंकि उस दिन मेरी भी छुट्टी थी और अगले दिन मुझे माउंट आबू जाना था इसलिए मैं अपने सामान की पैकिंग करने लगा।
मैं अपने सामान की पैकिंग कर रहा था तभी मां ने मुझे कहा कि बेटा क्या मैं तुम्हारी मदद कर दूँ मैंने मां से कहा नहीं मां रहने दीजिए लेकिन मां ने फिर भी मेरी मदद की और वह मेरे साथ रूम में ही थी। मां मुझे कहने लगी रोहित बेटा तुम अपना ध्यान रखना और मुझे फोन कर देना मैंने मां को कहा ठीक है मां मैं आपको फोन जरूर करूंगा। मां ने कहा कि वैसे तुम लोग कल सुबह कितने बजे जाने वाले हो तो मैंने मां से कहा कि मां मैं सुबह कल 7:00 बजे घर से निकल जाऊंगा मां कहने लगी ठीक है बेटा। उस दिन सुधीर अंकल और पापा काफी देर तक साथ में बैठे हुए थे शाम के वक्त मैं भी अपनी कॉलोनी में अपने दोस्तों से मिलने के लिए चला गया था हम लोग हर रोज हमारी कॉलनी की दुकान के पास ही मिला करते थे। मैंने अपने कॉलनी के फ्रेंड को बताया कि मैं घूमने के लिए माउंट आबू जा रहा हूं वह लोग कहने लगे कि यह तो बड़ा ही अच्छा है। वह लोग दूसरे कॉलेज में पढ़ते हैं और उसके बाद वह लोग अपने कॉलेज की ना जाने कितनी ही बुराई कर रहे थे वह कहने लगे कि हमारे कॉलेज में तो हमें कहीं लेकर जाते ही नहीं है। मैं जब घर वापस लौटा तो मां कहने लगी बेटा तुम बाहर से चीनी ले आओ मैंने मां से कहा ठीक है मां मैं अभी चीनी ले आता हूं। मैं चीनी लेने के लिए चला गया जब मैं चीनी लेने के लिए गया तो वहां पर मेरा दोस्त रोहन भी खड़ा था रोहन और मैं एक दूसरे से बात करने लगे मैंने रोहन को कहा आज तुम दिखाई नहीं दिए। रोहन कहने लगा आज मैं अपने मौसी के घर चला गया था इसलिए आज तुमसे मिलने आ नहीं पाया मैंने उसको कहा कि मैं अभी चलता हूं तुमसे कुछ दिनों बाद मिलूंगा। रोहन कहने लगा ठीक है और फिर मैं घर वापस लौट आया मैं जब घर वापस लौटा तो मां कहने लगी बेटा चलो तुम खाना खा लो काफी समय हो चुका है। मैंने मां से कहा लेकिन पापा कहां है तो मां मुझे कहने लगी कि तुम्हारे पापा भी बस आते ही होंगे। थोड़ी देर में पापा भी आ चुके थे फिर हम लोगों ने साथ में डिनर किया उसके बाद मैं अपने रूम में चला आया। अगले दिन सुबह मैं जल्दी उठ गया था मां ने मेरे लिए नाश्ता बनाया और मैं नाश्ता करने के बाद अपने घर से सुबह जल्दी निकल गया था। मैं अपने कॉलेज पहुंचा और वहीं से हम लोग बस से माउंट आबू जाने वाले थे तो सब लोग वहां पर आ चुके थे अब सब लोग बस में बैठने लगे हमारे कॉलेज के प्रोफेसर भी बस में बैठ चुके थे।
उसके बाद बस वहां से निकल पड़ी जैसे ही बस चलने लगी तो सब लोग बहुत ही खुश हुए सब लोग तालियां बजा रहे थे और गाने गा रहे थे। मैं गिटार काफी अच्छा बजा लेता हूं इसलिए मैं गिटार बजाने लगा, सफर का तो कुछ पता ही नहीं चला कि कब हम लोग माउंट आबू पहुंच गए। जब हम लोग माउंटआबू पहुंचे तो हम लोग होटल में चले गए, जिस होटल में हम लोग रुके हुए थे वहां जाने के बाद मुझे ऐसा एहसास हो रहा था कि मुझे नहा लेना चाहिए। मैं नहाने के लिए बाथरूम में चला गया और थोड़ी देर बाद मैं वहां से नहा कर बाहर निकला और शाम को हम लोग घूमने के लिए गए। हम लोग उस दिन जब घूम कर वापस लौटे तो सब बहुत ही खुश थे अगले दिन हम लोग सुबह जल्दी घूमने निकल गए। उस दिन घूमने के बाद हम लोग जब शाम के वक्त वापस लौटे तो सब लोग काफी थक भी चुके थे लेकिन सबको बहुत अच्छा भी लगा रहा था।
हम लोग जब वापस लौटे तो जिस होटल में हम लोग रुके हुए थे उसी होटल मे दूसरे कॉलेज के लड़के और लडकिया आए हुए थे। मेरी नजर जब एक लड़की पर पड़ी तो वह जींस और टीशर्ट में थी उसे देखकर मैं उसकी तरफ देखता ही रहा उसने भी मुझे देखकर प्यारी सी मुस्कुराहट दी जिस से कि मैं उस पर पूरी तरीके से फिदा हो गया मुझे लगने लगा जैसे कि मैं उसे पहली नजर का प्यार कर बैठा हूं। अगले दिन भी वह मुझे दिखाई दी तो मैने उस से बात कर ली उसका नाम मनीषा है। मनीषा बात करने में बड़ी बिंदास थी वह जिस प्रकार की बातें करती उससे मुझे लगा भी नहीं कि हम लोगों की मुलाकात पहली बार हो रही है लेकिन अब हम लोग एक दूसरे से खुलकर बातें करने लगे थे। मैंने भी मौके का फायदा उठाते हुए मनीषा को किस कर दिया मैंने उसके होठों को चूम लिया उसके बाद तो हम लोगों को एक दूसरे के साथ शारीरिक संबंध बनाना था। उस दिन हम लोग साथ में बैठे हुए थे मैंने मनीषा को कहा कि मनीषा चलो आज बाथरूम में चलते हैं मुझे तुम्हारे साथ शारीरिक संबंध बनाना हैं। पहले वह मुझे मना कर रही थी लेकिन फिर मान गई हम दोनों बाथरूम में चले आए। जब हम लोग बाथरूम में आए तो मैने अपने लंड को बाहर निकाला मनीषा ने मेरे मोटे लंड को देखा। वह उसे हिलाने लगी मनीषा को बहुत ही ज्यादा मजा आने लगा वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत मजा आ रहा है। मैंने उसे कहा मजा तो मुझे भी बढ़ा आ रहा है और जिस प्रकार से तुम मेरे मोटे लंड को हिला रही हो उस से मुझे मजा आने लगा है कहीं मेरा माल बाहर ना आ जाए। जब उसने मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर चूसना शुरू किया तो मुझे अब मजा आ रहा है उसको भी बहुत मजा आ रहा था। मेरे अंदर कि आग बहुत ज्यादा बढ़ने लगी थी। मैंने उसकी जींस को नीचे उतारकर उसकी चूत को चाटना शुरू किया उसको मजा आने लगा उसकी गुलाबी चूत से पानी बाहर निकलने लगा वह मुझे कहने लगी मेरी चूत से पानी बाहर निकल आया है।
मैंने उसे कहा मुझसे बिल्कुल भी रहा नहीं जा रहा है वह कहने लगी मुझसे भी रहा नहीं जा रहा है अब मैं बिल्कुल भी रह नहीं पाऊंगी। अब मैंने भी अपने मोटे लंड को उसकी चूत के अंदर घुसा दिया जैसे ही मैंने अपने लंड को उसकी योनि के अंदर प्रवेश करवाया तो वह बहुत ही ज्यादा जोर से चिल्लाई और कहने लगी मेरी चूत फट चुकी है। मैंने उसे कहा मुझे बड़ा मजा आ रहा है। हम दोनों एक दूसरे का साथ बड़े अच्छे से दे रहे थे जब मैं उसको चोद रहा था तो वह बहुत ही ज्यादा खुश हो रही थी और  मुझे कहने लगी तुम और तेजी से चोदो। जब मैंने उसकी चूत की तरफ देखा तो उसकी चूत से खून निकल रहा था वह एकदम टाइट माल थी मैं बहुत ज्यादा खुश हो गया। वह भी बहुत ही ज्यादा खुश हो गई वह मुझे कहने लगी मुझे और भी तेजी से चोदो मैंने उसको पूरी ताकत के साथ धक्के मारने शुरू किए।
मेरे लंड मे बहुत ज्यादा दर्द होने लगा था मुझे ऐसा लग रहा था जैसे कि मेरे लंड से पानी बाहर निकलने लगा है जैसी ही मेरा माल बाहर निकला तो मुझे ऐसा लगा जैसे कि मेरे अंदर से सब कुछ बाहर निकल गया हो। मैंने उसकी चूत से अपने लंड को बाहर निकाला उसने अपनी चूत को साफ़ किया और मेरे लंड को साफ करने के बाद वह मेरे लंड को चूसने लगी। मुझे बहुत ज्यादा मजा आने लगा था जिस प्रकार से वह मेरे मोटे लंड को चूस रही थी मेरी गर्मी भी बढती जा रही थी। जब हम दोनों बिल्कुल भी रह नहीं पा रहे थे तो मैंने दोबारा से उसकी चूत के अंदर बाहर अपने लंड को करना शुरू कर दिया मैं उसे तब तक चोदता रहा जब तक वह पूरी तरीके से संतुष्ट नहीं हो गई। उसकी चूत की खुजली मिट गई थी मनीषा के साथ सेक्स संबंध बनाकर मुझे बहुत अच्छा लगा। मैने पहली बार किसी लड़की के साथ सेक्स किया था मनीषा भी बहुत ज्यादा खुश थी। मै अपने कमरे में आ गया और उसके बाद हम दोनों फोन पर बातें करने लगे। हम दोनों अभी भी फोन पर बातें करते हैं उसके बाद हम मिल नहीं पाए लेकिन आज भी हम लोग एक दूसरे से फोन पर बातें करते हैं और पुरानी यादों को ताजा करते हैं।