चुदाई का समा और नीला आसमान

चुदाई का समा और नीला आसमान

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मैं शादीशुदा मर्द हूं। मेरी शादी को 3 साल हो चुके हैं। मेरी उम्र है 32 वर्ष है। मैं स्कूल में टीचर हूं और मेरी पत्नी भी एक कंपनी में जॉब करती है। पहले मेरी लाइफ में सब कुछ ठीक था। लेकिन अब कुछ समय से मेरी लाइफ में ठीक नहीं चल रहा है। मुझे जबसे यह मालूम पड़ा है कि मेरी पत्नी का अफेयर किसी और से है। तब से मैं बहुत दुखी हूं। यह उस समय की बात है जब मैं स्कूल से घर की तरफ लौट रहा था। तो मैंने देखा मेरी पत्नी किसी अन्य मर्द के साथ बैठी हुई है। उस समय तो मैंने इस बात को हल्के में लिया लेकिन उसके बाद दोबारा ऐसा ही हुआ। तो मैंने आखिरकार अपनी पत्नी से पूछ लिया कि यह सब क्या चल रहा है। वह मुझे टाल देती है लेकिन तब भी मैंने उस पर शक नहीं किया था क्योंकि वाकई में ही उसका किसी और के साथ चक्कर चल रहा था। मेरे बार-बार पूछे जाने के बावजूद भी मेरी बातों का जवाब अच्छे से नहीं देती थी। गोल गोल घुमा कर बात को टाल ही देती थी।
मैंने एक दिन फैसला कर लिया कि मैं उसको रंगे हाथ पकड़ लूंगा। उसके बाद ही इसे कुछ कहूंगा। कुछ समय के लिए तो मैंने यह बात टाल दी और कुछ ज्यादा अच्छे से रहने लगा। मैंने कुछ दिनों के लिए उसके माता-पिता को अपने घर पर बुला लिया। वह इस बात से काफी खुश हो गई। मुझे कहने लगी थैंक्यू तुमने मेरे मम्मी पापा को भी हमारे घर पर बुला लिया है। मुझे काफी अच्छा लग रहा है यह सब देखकर इसी बात का मैंने फायदा उठाया और अब वह काफी रिलैक्स हो चुकी थी। उसे यह लग रहा था कि मैंने उस पर शक करना छोड़ दिया है लेकिन मेरा शक सही था। मैंने भी ठान ली थी कि मैं से पकड़ कर ही रहूंगा।
एक दिन बहाना बनाया कि मैं अपने स्कूल के बच्चों को लेकर कहीं दूसरे स्कूल में जा रहा हूं। तो मैं 5 दिन बाद लौटूंगा। वह कहने लगी ठीक है। आप चले जाइए तब तक मम्मी पापा यहां पर हैं। मेरे जाने के तुरंत बाद उसने अपने मम्मी पापा को अपने घर किसी बहाने से भेज दिया। वह घर पर अकेली हो गई और अपने आशिक को घर पर बुला लिया रात के समय में उसने अपने आशिक को घर पर बुलाया। मैं भी उस दिन रात को चुपके से घर के बाहर खड़ा होकर यह सब देख रहा था। जैसे-जैसे मैं देख रहा था कि उसकी बाहों में लेटी हुई है। वह उसके लंड को भी अच्छे से चूस रही थी। वह उस को घोड़ी बनाकर चोद भी रहा था। कभी नीचे लेटा रहा था कभी उसके मुंह में लंड डाल रहा था। मैं यह सब देखता रहा और मैंने अचानक से दरवाजा खोल दिया। मैंने उन दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया। मैंने उस लड़के को तो कुछ नहीं कहा क्योंकि उसकी कोई गलती नहीं थी। मेरी पत्नी की ही गलती थी क्योंकि उसने ही उसे भाव दिया था।  मेरी नजरों में वह पूरी तरीके से गिर चुकी थी वह बहुत शर्मिंदा थी। उसने मुझे उसके बाद कई बार सॉरी बोला लेकिन मैंने उसे इग्नोर कर देता था। मुझे भी एहसास होता था कि मैंने गलती की है कि उस पर इतना भरोसा किया। आंख बंद करके भरोसा करता रहा सारी जिम्मेदारियां उसके पास थी। घर पर बिना बोले उसे हर चीज में मुहैया करवाता था। लेकिन वह मेरे पीठ पीछे इस तरीके से गलत काम कर रही है। यह बात से मैं काफी आहत हो चुका था। अपने आप को काफी अकेला महसूस कर रहा था लेकिन फिर भी मैं अपने आप से लड़ता रहा इस बात से जूझता रहा।
एक दिन हमारे स्कूल में एक औरत आई। जो वहां पर साफ सफाई का काम करती थी। लेकिन उसे वहां पर अच्छी पगार नहीं मिलती थी। तो वह मेरे पास आकर कहती कि साहब मुझे कहीं और मेरे लिए कोई काम देख लो जहां पर मैं अच्छे से काम कर पाऊं। जब भी मैं उसे देखता तो मेरा उसे चोदने का मन करता क्योंकि उसके बड़े-बड़े स्तन देखकर मैं बहुत ही खुश होता था और उसकी गांड बहुत बड़ी थी। यह देख कर भी मुझे काफी अच्छा लगता था। वैसे भी मेरी पत्नी के तो मेरे साथ संबंध खराब हो चुके थे। मैं उस से ना तो हाथ लगाता था और ना उसके पास ही सोना भी पसंद करता था।
मैंने उसे कहा कि तुम मेरे घर पर काम कर लो मैं तुम्हें अच्छी पगार दे दिया करूंगा। उसने कहा ठीक है मैं आपके घर पर काम कर लूंगी। अगले दिन मेरे घर पर आई। मैंने उसे सब कुछ समझा दिया कि यहां पर क्या काम है। वह अच्छे से समझ चुकी थी मैंने उसे अपने घर पर ही रख लिया। उसकी उम्र 35 साल की थी और उसका नाम शालू था। जब उसे हमारे घर पर कुछ दिन काम करते हुए हो गए तो एक दिन उसने मुझे पूछ लिया। साहब आपकी अपनी बीवी से बनती नहीं है क्या उस समय तो मैंने उसे टाल दिया और कहा तुम अपने काम से मतलब रखा करो फालतू की चीजों में मत घुसा करो।
वह हमारे दरवाजे से ताक झाक करती रहती कि हम दोनों एक दूसरे के साथ सेक्स कर रहे हैं या नहीं लेकिन मेरा ऐसा कुछ भी अपनी पत्नी के साथ संबंध था नहीं सिर्फ हम लोग नाम के पति पत्नी थे।
एक दिन उसने मुझसे पूछ लिया कि मालिक आप अपनी पत्नी के साथ सेक्स भी नहीं करते हैं। मैंने उसे कहा नहीं करता हूं। मैंने अपनी सारी बात बताई तो कहने लगी आप मेरे साथ सेक्स कर सकते हो। मैं यह सुनकर बहुत खुश हो गया। मै उसको अपने कमरे में ले गया। मेरी पत्नी मुझे डिस्टर्ब नहीं करती थी जब मैं अपने कमरे में कुछ काम कर रहा होता था।  मैं उसे अपने कमरे में ले आया और मैंने दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। मैंने उसे कुछ पैसे पकड़ा दिए और कहा यह रख लो तुम्हारे खर्चे के लिए काम आएंगे। उसने वह पैसे अपने ब्लाउज के अंदर रख लिया। अब मैंने धीरे से उसकी साड़ी को उठाना शुरू किया और उसकी गांड पर हाथ फेरने लगा। जैसे जैसे मैं हाथ फेरते जाता वह मस्त होती जाती। वह बहुत सांवली थी लेकिन उसके नैन नक्श बड़े अच्छे थे। उसका फिगर भी बहुत टाइट था। जिसको देखकर मुझे ना चाहते हुए भी सेक्स चढ़ ही जाता था। मैंने धीरे से उसकी योनि में उंगली घुसानी शुरू की जैसे ही मैं उसकी योनि में उंगुली घुसाता। वह हल्की सी आवाज निकालती उसके बाद मैंने अपनी उंगली को अंदर बाहर करना शुरू कर दिया और उसे आनंद आने लगा। मैंने उसे कहा अब तुम मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर चूसना शुरू कर दो मैं कुर्सी में बैठा हुआ था। उसने बैठे बैठे ही मेरी पैंट से मेरे लंड को बाहर निकाल लिया और उसे चूसने लगी। जैसे जैसे वह चुसती जाती मुझे अच्छा लग रहा था क्योंकि मैंने काफी समय बाद ऐसा करवाया था। वह बड़े ही अच्छे से मेरे लंड को चुस रही थी। मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। अब थोड़ी देर बाद मैंने उसे जमीन पर लेटा दिया और उसकी साड़ी को पकड़ते हुए उसके ब्लाउज के बटन को एक एक करकर खोलने लगा। उसके स्तनों को चूसने लगा। मैं उसके स्तनों से स्तनपान करता रहा मुझे अच्छा लग रहा था। ऐसा करते-करते मैंने अपने लंड को उसकी योनि में डाल दिया। जैसे ही मेरा बड़ा सा लंड बहुत दिनों से भूखा भी था। वह जैसे ही उसकी योनि में घुसा तो उसकी आवाज निकल गई और बोलने लगी वह मुझे साहब आपका तो बहुत बड़ा और मोटा भी है। मैंने उसे कहा इतने दिनों का भूखा भी तो है। इसकी प्यास को पता नहीं कितने सालों से किसी ने बुझाया नहीं है। तो वह कहने लगी मुझे और जोर से चोदो मैं इतना जोर जोर से धक्का मारता उसे अच्छा लगता।
मैंने उसकी दोनों जांघों को अपने हाथों में पकड़ लिया था। अब मैं उसे बड़ी ही तेजी से चोदता रहा जैसे मेरे लंड की तेजी बढ़ती वह बड़ी तेज आवाज में चिल्लाती। अब मेरा गिरने वाला था। मैंने अपने लंड को बाहर निकालकर उसके ब्लाउज पर अपना सारा वीर्य गिरा दिया। थोड़ा बहुत ऊपर भी गिर गया था। उसने साफ करते हुए मुझे कहा साहब आप तो बड़े अच्छे से ही करते हैं। मुझे तो बहुत अच्छा लगा आपके साथ सेक्स करने मे ना जान आपकी पत्नी क्यों दूसरे से चुदवाती रहती है। आप इतने अच्छे आदमी हैं। आपको छोड़कर दूसरे के साथ सेक्स कर रही है बिलकुल अच्छा नहीं है। यह कहते हुए वह चली गई और मेरी लंड की भूख कई वर्षों बाद किसी ने मिटाई।