आईटीआई में मिला लंड | Hindi Sex Stories

आईटीआई में मिला लंड

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मेरा नाम सविता है और मैं कटनी कि रहने वाली हूँ | मेरी उम्र 25 साल है और मैं शादीशुदा हूँ | मेरा रंग गेंहुआ है और मेरी हाईट 5 फुट 4 इंच है | मेरा फिगर सेक्सी है 26-32-34 का है | मेरे पति का नाम रमेश है और वो आर्मी में जॉब करते हैं | मेरे घर में मेरे सास ससुर और मेरा बेटा रहते हैं | मेरा बेटा अभी छोटा है और मेरे पति आर्मी में हैं इसलिए उनका कम ही घर में आना हो पाता है | मेरी शादी ग्रेजुएशन कम्पलीट करने के बाद ही हो गई थी | लेकिन जब पति के बगैर मुझे बोर लगता था तो मैंने सोचा की छोटा मोटा कोई कोर्स ही कर लूं कम से कम मेरा टाइमपास भी हो जायेगा और उनकी ज्यादा याद भी नहीं आयेगी | यही सोच रखते हुए मैंने आईटीआई करने का सोचा | मेरे सास ससुर बहुत अच्छे हैं | वो मुझे कभी किसी चीज़ के लिए नहीं टोकते इसलिए मैंने भी कभी उनका भरोसा तोड़ने की कोशिश नहीं की |
मेरे पति भी मुझसे बहुत प्यार करते हैं | भले ही वो मुझसे दूर रहते है तो क्या हुआ पर मैंने कभी उनके साथ गलत करने कि कोशिश नहीं | मैं सुबह 5.30 बजे उठती हूँ | फिर फ्रेश हो कर पूजा करती हूँ | उसके बाद नाश्ता बनाती हूँ और सबसे पहले अपने सास ससुर को चाय देती हूँ |  उसके बाद अपने बेटे को रेडी करती हूँ और नाश्ता कर के मैं आईटीआई चले जाती हूँ | वहां पर मेरी तरह ही कई शादीशुदा महिला भी पढने आती हैं | वहीँ पर मेरी मुलाकात एक लड़के से हो गई जिसकी वजह से मेरी जिन्दगी डगमगा गई | मैंने जब आईटीआई जाना चालू किया था तब मैं बस से आया जाया करती थी | वहां से फ्री हो कर घर आती और हाँथ मुंह धो कर फिर से घर वालो कि सेवा में लग जाती | रात का खाना सभी को खिला कर मैं अपने पतिदेव को फ़ोन करती | हम दोनों कभी एक घंटे से ज्यादा बात नहीं करते थे | हम दोनों कभी कभी फ़ोन सेक्स या विडियो चैट में एक दुसरे को शांत किया करते थे | ये मेरी रोजमर्रा की जिन्दगी में शामिल था | एक दिन मैंने पति को फ़ोन किया और पुछा कैसे हो जी ? उन्होंने कहा ठीक हूँ और तुम बताओ कैसी हो ? मैंने कहा क्या बताऊँ बस मेरा दिन आपके इन्तेजार में कटता है | उन्होंने कहा मैं भी तुम्हे बहुत मिस करता हूँ कभी कभी तो मन करता है कि सब कुछ छोड़ कर तुम्हारे पास आ जाऊं | तब मैंने कहा नहीं जी ऐसा मत करना |
आपकी जॉब की वजह से ही आपकी पहचान है | उसके बाद ऐसा करते करते उस दिन हम दोनों को एक घंटे से ज्यादा हो गए थे | मेरा कोर्स दो साल का था आईटीआई में | मैं फिटर का कोर्स कर रही थी | हमारे क्लास में कुल 26 बच्चे थे क्यूंकि आईटीआई में बहुत कम लोगो का होता है | कई बार काउंसिलिंग होती है | हमारी ट्रेड में सबसे ज्यादा लड़के ही थे और लड़कियां बहुत कम | मैं शुरू से ही बहुत ज्यादा शर्मीली रही हूँ और मुझे ज्यादा लडको से बात करना भी पसंद नहीं है | लेकिन जब एक ही क्लास में पढ़ते हो तब न चाहते हुए भी दोस्ती तो हो ही जाती है | मेरी क्लास में एक लड़का था जिसका नाम पंकज था | वो दिखने में काफी हेंडसम था और उसकी पेर्सोंलैटी भी बहुत अच्छी थी | वो पल्सर गाडी से आता था | दिखने में वो बहुत रईस लग रहा था पर फिर मैंने सोचा की अगर ररीस होता तो आईटीआई क्यूँ करता | खैर, हमारी क्लास में लड़कियां आगे बैठती थी और लड़के सारे पीछे | थ्योरी के बाद हम लोग कि प्रैक्टिकल क्लास होती | एक बार कि बात है हम सब प्रैक्टिकल करने में लगे हुए थे | पर मुझसे बन नही रहा था तभी पंकज भी वहां आ गया | उसने कहा सुनिए मुझे भी करना है अगर आप बुरा न मानो तो मैं कर लूं क्या पहले फिर आप करते रहना |
मैंने कहा ओके | उसने वो प्रैक्टिकल 5 मिनट के अन्दर ही कर दिया | फिर करने के बाद वो जाने लगा तो मैंने पंकज नाम लिया और कहा प्लीज मुझे भी बता दो कैसे करना है | उसने कहा हाँ बिलकुल | उसके बाद उसने मुझे बहुत आसानी से वो चीज़ समझा दिया जो मुझे बिलकुल भी पल्ले नहीं पड़ रहा था | मैं उससे इम्प्रेस हो गई और अब जो भी प्रैक्टिकल मुझे समझ में नहीं आता तो मैं उससे पूछ लिया करती | ऐसे ही हमारी दोस्ती हो गई और हम दोनों अच्छे दोस्त भी बन गए |
ये बात मैंने किसी को भी नहीं बताई थी | बात करते करते वो मुझे इतना पसंद आ गया कि एक दिन मैंने उसे प्रोपोस ही कर दिया | उसने भी जवाब में हाँ कर दिया | अब हम दोनों की प्रेम कथा चालू हो गई थी | हम दोनों को बात करते करते करीब तीन महीने से ज्यादा हो गए थे | उसके बाद हम दोनों में इतनी नजदीकियां बढ़ गई कि हम दोनों सेक्स की बात भी करने लगे | फिर एक दिन जब मेरे घर में कोई नहीं था तो मैंने उसे अपने घर आने के लिए कहा | मेरा बेटा सो गया था और मेरे पास अभी काफी समय था | जब वो मेरे घर आया तो मैंने उसे चाय पानी दिया और उसके बाद वो मुझे अपनी बांहों में कस कर जकड लिया | अब मैं उसकी बांहों की गिरफ्त में थी | उसने देर न करते हुए मेरे होंठ से अपने होंठ लगा दिया और मेरे होंठ का रसपान करने लगा | मैं भी उसका साथ देते हुए उसके होंठ को चूसने लगी | वो मेरे होंठ को चूसते हुए मेरे स्तन भी दबा रहा था और मैं उसके होंठ को चूसते हुए उसके लंड को जीन्स के ऊपर से ही दबा रही थी |
उसका लंड मुझे बड़ा मालुम पड़ रहा था | किस्सिंग करने के बाद उसने मेरा कुरता उतार दिया और ब्रा के ऊपर से ही मेरे स्तनों को दबाने लगा जिससे मेरे मुंह से आहा उन उमह आहा ऊंह न्न्म्ह आहा उन उमह आहा ऊंह न्न्म्ह की सिस्कारियां निकलने लगी | फिर उसने मेरे ब्रा को भी उतार दिया और मेरे स्तनों को अपने मुंह में ले कर चूसने लगा और मैं आहा उन उमह आहा ऊंह न्न्म्ह आहा उन उमह आहा ऊंह न्न्म्ह कि सिस्कारियां लेते हुए मदहोश होने लगी | वो जोर जोर से मेरे सतनो को मसलते हुए चूस रहा था और मैं आहा उन उमह आहा ऊंह न्न्म्ह आहा उन उमह आहा ऊंह न्न्म्ह करते हुए पागल हुई जा रही थी | फिर उसने मेरी लेगी को उतार दिया और मुझे बिस्तर पर लेटा कर मेरी पेंटी को भी उतार दिया | अब उसने मेरी दोनों टांगो को खोल दिया और मेरी चूत पर अपनी जीभ फेरते हुए चाटने लगा और मैं आहा उन उमह आहा ऊंह न्न्म्ह आहा उन उमह आहा ऊंह न्न्म्ह करते हुए सिस्कारियां लेने लगी | वो मेरी चूत को चाटते हुए मेरे चूत के दाने को भी चूस रहा था जो मुझे पागल किये जा रहा था और मैं आहा उन उमह आहा ऊंह न्न्म्ह आहा उन उमह आहा ऊंह न्न्म्ह करते हुए एक बार उसके मुंह में झड़ गई | फिर उसने भी अपने कपडे उतार दिए और पूरा नंगा हो गया | मैंने उसके लंड को अपने हाँथ में लिया और जीभ से चाटने लगी तो उसके मुंह से भी सिस्कारियां निकलने लगी | मैं उसके लंड को चाटते हुए उसके पटोले को भी चाट रही थी और वो आहा उन उमह आहा ऊंह न्न्म्ह आहा उन उमह आहा ऊंह न्न्म्ह करते हुए आन्हे भर रहा था |
उसके बाद मैंने उसके लंड को अपने मुंह में भर कर चूसने लगी और वो आहा उन उमह आहा ऊंह न्न्म्ह आहा उन उमह आहा ऊंह न्न्म्ह करते हुए मेरे स्तनों को दबा रहा था | मैं उसके लंड को जोर जोर से आगे पीछे करते हुए चूस रही थी और वो आहा उन उमह आहा ऊंह न्न्म्ह आहा उन उमह आहा ऊंह न्न्म्ह करते हुए मेरे मुंह को चोद रहा था | उसके बाद उसने अपने लंड को मेरी चूत में रखा और अन्दर पेल दिया और चोदने लगा शॉट मारते हुए और मैं आहा उन उमह आहा ऊंह न्न्म्ह आहा उन उमह आहा ऊंह न्न्म्ह करते हुए कसमसाने लगी | वो काफी तेज धक्को के साथ चोद रहा था और मैं आहा उन उमह आहा ऊंह न्न्म्ह आहा उन उमह आहा ऊंह न्न्म्ह करते हुए चुदाई के मजे ले रही थी | उसने मुझे बीस मिनट तक चोदा और मेरे सतनो में अपना माल झदा दिया | मैंने उसके साथ कई बार सेक्स किया लेकिन जब हम लोग कि आईटीआई हो गई तब से हम दोनों का मिलना जुलना बंद हो गया  | तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी | उम्मीद करती हूँ कि आप लोगो को मेरी